वह कहता है उसको रोटी-कपड़ा चाहिए, बस इतना ही नहीं उसे न्याय भी चाहिए...कविता -
सुनील कुमार गोरख पांडे की कविता सुना रहे हैं :
वह कहता है उसको रोटी-कपड़ा चाहिए, बस इतना ही नहीं उसे न्याय भी चाहिए – इस पर से उसको सचमुच आजादी चाहिए उसको फांसी दे दो – वह कहता है उसे हमेशा काम चाहिए, सिर्फ काम ही नहीं काम का फल भी चाहिए – काम और फल पर बेरोक दखल भी चाहिए – वह कहता है कोरा भाषण नहीं चाहिए, झूठे वादे हिंसक शासन नहीं चाहिए – भूखे-नंगे लोगों की जलती छाती पर नकली जनतंत्री सिंहासन नहीं चाहिए – वह कहता है वह सबके साथ चलेगा, वह शोषण पर टिकी व्यवस्था को बदलेगा – किसी विदेशी ताकत से वह मिला हुआ है उसकी इस ग़द्दारी का फल तुरंत मिलेगा...