सच्चे गुरु की महिमा की कथा...
मक्खन साह लुबना नाम का एक बड़ा व्यापारी एक बार हजारों का माल लेकर जहाज से वापस लौट रहा था तभी अचानक समुद्र में तूफान आ गया, मक्खन साह सिक्ख गुरुओ में श्रद्धा रखते थे उन्होंने अपने डूबते जहाज को बचाने के लिए प्रार्थना किया और कहा मै 500 सोने के सिक्के भेट करूँगा, उसकी प्रार्थना स्वीकार हुई, जहाज बचकर सामान गोदाम तक पहुंच गया, मक्खन साह अपने वचन को पूरा करने के लिए वकाला पहुंचे वहां कई ढोंगी गुरु को बैठे देख वह असली गुरु को पहचान ना सका और सभी के पास जाकर दो दो सोने की मोहरे भेट करता गया. किसी ने बताया बाबा टेगा जी अँधेरी कोठरी में तपस्या में लीन रहते हैं मक्खन उनके पास जाकर 2 सोने के सिक्के लेकर भेट किया गुरु जी ने कहा 500 का वादा कर दो मोहरे भेट किये, जिससे असली गुरु की पहचान हो गई वह बहुत खुश हुआ...