किदा रूप कितने तनिक सजी अ रूप देले बा...नशा मुक्ति गीत
जिला मुजफ्फरपुर (बिहार) से राजीव कुमार राय एक नशा मुक्ति गीत सुना रहे हैं:-
किदा रूप कितने तनिक सजी अ रूप देले बा-
दारू बिकत नहीं नित सजी अ रूप देले बा-
पूरा बदलल बिहार पियल रोक देले बा-
चार चौथा फाइल पढल रहनिया कगार में...
Posted on: Mar 14, 2018. Tags: SONG Sunil Kumar VICTIMS REGISTER
लगनिया, लगनिया, लगानिया....भिखारी ठाकुर का भोजपुरी गीत
सुनील कुमार मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से भिखारी ठाकुर रचित एक भोजपुरी गीत सुना रहे हैं :
लगनिया, लगनिया, लगानिया –
कहिया लगीयन सीता राम में लगनिया कहिया लगनियन – कुछ दिन बीत गईले करत सनिया पनिया – कुछ दिन बीते छूरा कैची न रहनिया – गंवा गई, जाई खाई, चिट्ठी, नेवतनिया – लिखे के सिखौलन भगवान साहू बनिया...
Posted on: Mar 12, 2018. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
संगीत भी जीवन का प्रतीक है...रचना
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक रचना सुना रहे हैं:
संगीत भी जीवन का प्रतीक है-
दिल लेते हमारा वो जीत है-
क्या थे वो बैजू बावरा तानसेन-
जो संगीत से पानी बरसा देते थे-
सरस्वती की स्वर बाहव रोते को हंसा देते थे-
पर आज कल के संगीत में देखिये-
अश्लीलता से भरी बाजार है-
पुहर गानों की भरमार है-
न साहित्य न संस्कार है-
ऐसे ही कलुगी संगीतकार हमारे मोहल्ले में पधारे सूर्य नाग्दीश शाह
गधे से डकारे उनका संगीत सुन विश्व ने किया दरवाजा बंद तब संगीत कार ने
माइक का किया प्रबंध अरे परोसियो बच नही सकते सुनना होगा तुम्हे हँसते-हँसते मुझे उंचाई में जाना है...
Posted on: Mar 12, 2018. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
ग्राम सभा मुहल्ला सभा के स्थापना दिवस मनाये...संगठन गीत -
ग्राम सभा मुहल्ला सभा के स्थापना दिवस मनाये – सब मिल सोचियो न्याय दिला तई आनंद भाई – वार्ड पंच के एकता हम सबके भाय – संगठन बनतई सुजीत भईया, संगठन बनतई उदय भईया – वार्ड के विकास कराय घर-घर में सुख शांति आए – समस्या दूर भगाय सब मिल सोचियो – न्याय दिलातई आनंद भाई – संगठन बनतई संजू दीदी सब के विकास कराय – घर-घर में सुख शांति आय तइ समस्या दूर भगाय –
संगठन बना तइ सुनील भईया सांस्कृतिक आंदोलन चलाय...
Posted on: Mar 10, 2018. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
वृन्दावन आज मचईया होली...पारंपरिक होली गीत
नंदनी वर्मा, निधि वर्मा और खुशबू एक पारंपरिक होली गीत सुना रही हैं :
वृन्दावन आज मचईया होली-
कहां मा से अई कुमर कन्हैया-
कहां मा से एतय लक्षमन देवड़ा हो-
पुरबे से अई कुमर कन्हैया-
पक्षिम से एतय लक्षमन देवड़ा-
कहां मा बैसय बई कुमार कन्हैया-
कहां मा बैसय बई लक्षमन देवड़ा...