रउवा सूत गईली कुर्सी प्रजाई के हमरी से भोच सब लाईके ना...भोजपुरी कविता
ग्राम-साहेबगंज, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार के साथ पारु के सुनील कुमार पी.ए. जुड़े है जो कवि हैं ये एक भोजपुरी कविता सुना रहे हैं :
रउवा सूत गईली कुर्सी प्रजाई के ,हमरी से भोच सब लाईके ना-
एक दिन रउवा यहां गईली तव पर हमें रुकलव-
बदी गार बन्दूक दिखा के लाठी से हमले महुलत रउवा-
भूल गईली रउवा कुर्सी प्रजाई के...
Posted on: Feb 12, 2019. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
नेतवा पागल भईले हो लूट के चक्कर में नेतवा पागल भाईले हो...भोजपुरी कविता
ग्राम-पारू, जिला-मुज़फ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक कविता सुना रहे हैं :
नेतवा पागल भईले हो लूट के चक्कर में नेतवा पागल भाईले हो-
जीत के चुनाव दिल्ली पहूँच के घुमे गईले अमेरिका हो-
देश के खजाना खूबे लुटा के कत तर रोज सानी नेतवा पागल भईले हो-
कोन पूंजीपतिया आगी लगैले दुख-दुख जले ला जुसवा हो...
Posted on: Feb 11, 2019. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
कड़े संघर्ष ने दिलाई सफलता...सफलता लेख
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक संघर्षशील व्यक्ति मोहम्मद दानिश अमर की सफलता के विषय में जानकारी दे रहे हैं ,यह सक्श अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए बिहार से राजधानी के लिए एक सेट कपडे के साथ प्रस्थान किये केवल हिंदी के जानकारी होने बावजूद इन्होने ने थोड़े समय में काफी बड़ी सफलता हाशिल की एक बीमा कम्पनी अपैक्स से लेकर बड़ी कम्पनी न्यूयार्क लाइफ जैसी कम्पनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत रहे लेकिन कुछ घटना के कारण इन्होने नौकरी छोड़कर खुद का व्यवसाय शुरू करने की कोशिस की और उसमें सफल रहे इनका व्यवसाय प्रिंटिंग पैकेजिंग डोर ग्राफिक डिजाइन है जो आज सभी युवाओं के लिए एक मिशाल है जो अपने व्यवसाय के साथ- साथ ग्राहकों को खुश रखते हैं इसलिए आज के युवा अपनी इच्छानुसार रोजगार चुनकर एक शिखर तक पहुच सकते हैं| सुनील कुमार@9308571702.
Posted on: Feb 11, 2019. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
हम हैं बिहारवासी एक हैं सब नेक हैं हम हैं बिहारवासी यह बंगाल जीते शान से-
ग्राम-मालीघाट,जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार जी एकता गीत सुना रहे हैं |
हम हैं बिहारवासी एक हैं सब नेक हैं-
हम हैं बिहारवासी यह बंगाल जीते शान से-
मैं वारि जनजत दुकान से-
पंजाबी भाई के क्या कहने-
हम सब एक समान हैं-
हम हैं बिहारवासी-
हिन्दी गुजराती सब लोग यहाँ-
तरह-तरह के खान पान यहाँ-
बुद्ध गुरुनानक जन यहाँ-
कालिदास विद्यापति मोतीराम यहाँ-
हम हैं बिहारवासी...
Posted on: Feb 10, 2019. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
भारतीय मुस्लिम कवि अमीर खुसरो का जीवन परिचय
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार)से सुनील कुमार, अमीर खुसरो की जीवनी सूना रहे हैं- अबुल हसन अमीर ख़ुसरु चौदहवीं सदी के आसपास दिल्ली के पास रहने वाले एक प्रमुख कवि (शायर), गायक और संगीतकार थे। खुसरो को हिन्दुस्तानी खड़ीबोली का पहला लोकप्रिय कवि माना जाता है।किसके द्वारा? वे अपनी पहेलियों और मुकरियों के लिए जाने जाते हैं। सबसे पहले उन्हीं ने अपनी भाषा को हिन्दवी का उल्लेख किया था। वे फारसी के कवि भी थे। उनको दिल्ली सल्तनत का आश्रय मिला हुआ था। उनके ग्रंथो की सूची लम्बी है। साथ ही इनका इतिहास स्रोत रूप में महत्त्व है। खुसरो ने अपना सारा जीवन राज्याश्रय में ही बिताया। राजदरबार में रहते हुए भी खुसरो हमेशा कवि, कलाकार, संगीतज्ञ और सेनिक ही बने रहे। सुनील कुमार@9308571702, raman