हाथी भालू दोनों में था, सच्चा-सच्चा मेल...कविता-
ग्राम-कुम्हारी, पंचायत-भैसागांव, तहसील-अंतागढ़, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से नीलिमा हुसेंडी और यमुना वैस एक कविता सुना रहे हैं :
हाथी भालू दोनों में था, सच्चा-सच्चा मेल-
दोनों मिलकर खेल रहे थे, लुका छिपी का खेल-
हाथी बोला सुन भैया भालू मै अब छुपने जाता हूं-
पानी वाली जगह मिलूंगा पक्की बात बताऊंगा...