पीडितो का रजिस्टर : मुझे नक्सली समझकर जेल ले गये, 3 महीने तक जेल में था, कोई मदद नहीं मिली...
ग्राम-बुसकी, तहसील-दुर्गकोंदल, जिला-उतर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से मसीहराम उसेण्डी बता रहे हैं कि 2008 में पुलिस वाले घर से उठाकर ले गए और नक्सली केश बता कर जेल में डाल दिए, तीन महिना जेल में था| फिर जमानत करा दिराए परिवार वाले, 20 से 25 वर्ष की उम्र में फिर 2013 में फिर से जेल हुआ| एक साल 6 दिन जेल में था, घर में परिवार वाले भी बहुत परेशानी में थे| पिताजी भी बीमार था, बच्चे और पत्नी घर में थे|