बुन्द्रकर के बाला लखे जीवन तोर...कुडुक स्वागत गीत
आश्रित ग्राम-फुलवारटोली, पंचायत-बडवेनगर, ब्लाक-चैनपुर, जिला-गुमला (झारखंड) से अपरीता खल्खो, ललिता मिंज और नूतन खल्खो कुडुक भाषा में एक स्वागत गीत सुना रही हैं:
बुन्द्रकर के बाला लखे जीवन तोर-
तोर हायरे हाय रे दिसे ला-
जीवन तोर फुल लखे दिखे ला-
कया तोर बती लखे बरे ला हायरे दया-
नदी नला पहाड़ पर्वत हायरे हार दिसे ला-
जीवन तोर फुल लखे दिसे हायरे हाय रे दिसे ला-
समुन्द्र के बाला लखे जीवन तोर...