सुनील दुल्हा निन्द से मातल रे...बिहार से लड़का विवाह गीत

मालीघाट कंचननगर मुजफ्फरपुर (बिहार) से किरण कुमारी पारंपरिक विवाह गीत लड़का विवाह गीत प्रस्तुत कर रहीं है – सुनील दुल्हा निन्द से मातल रे-
सोई हुई रही सोनरा के डेरा-
जगाने वाली सोनरा के लड़की रे-
उठो रे बाबू राजा का लाडला-
ऐसी रे लाडो सेज पर रहती हैं-
झुली रे झुंकी अर्जी करती हैं-
चनकी तेरी माँगो का टिका रे
लटकी तेरी सिरो का चोटी रे...

Posted on: Jul 28, 2017. Tags: Kiran Kumari SONG VICTIMS REGISTER

हाय- हाय केही जैते हाजीपुर के ही जैते पटना... झरनी गीत

बिहार में मुसलमान समुदाय द्वारा ताजिया उत्सव के समय बांस का झाड़ू बनाकर साथ में नाच और गाना करते हैं इस गीत को झरनी गीत कहते है | उषा किरण पक्की सराय, मुजफ्फरपुर (बिहार) से एक झरनी गीत सुना रही हैं :
हाय- हाय केही जैते हाजीपुर के ही जैते पटना-
केही जैते बेतिया लड़न को हाय- हाय-
हाय- हाय बाबा जैते हाजीपुर भैया जैते पटना-
स्वामी जैते बेतिया लड़न को हाय -हाय-
हाय- हाय केही लएतै झिलमिल सड़ियां के ही-
लएतै कंगना,केही रे लएतै सिर के सिंदूरबे हाय हाय-
हाय- हाय बाबा लैएतै झिलमिल सड़ियां-
भईया लऐतै कंगनास्वामी लैते सिर के सिंदूरबे हाय हाय-
हाय- हाय फाटी जैते झिलमिल सीरिया टूटी जैएतै कंगना-
रह जैतई सिर के सिंदूरबे हाय -हाय...

Posted on: Jul 07, 2017. Tags: SONG USHA KIRAN VICTIMS REGISTER

धरती सुनहरी अम्बर नीला हर मौसम रंगीला, ऐसा देश हैं मेरा...देशभक्ति गीत

किरण प्रजापति ग्राम-खैरहां, तहसील-सिरमौर जिला- रीवा मध्यप्रदेश से एक देशभक्ति गीत सुना रही है:
धरती सुनहरी अम्बर नीला हर मौसम रंगीला-
ऐसा देश हैं मेरा ओ ओ ऐसा देश हैं मेरा-
गेहूं के खेतों में जब ठंडी खड़े हवाएं-
रंग बिरंगी तितली सुनहारियाँ उड़ जाए-
कदम-कदम पे हर मिल जानी अपनी प्रेम कहानी-
ऐसा देश हैं मेरा ओ ओ ओ ओ ऐसा देश है मेरा-
धड़कन घटने पन्हर रंग जब पानी भरने आई
मधुर-मधुर तारो से जब बंसी कोई बजाए-
कदम-कदम पे हर मिल जानी अपनी प्रेम कहानी-
ऐसा देश हैं मेरा ओ ओ ओ ओ ऐसा देश है मेरा...

Posted on: Mar 01, 2017. Tags: Kiran Prajapati

हाय हाय दाहा देखे गेलीअई ,मकईया तोड़ी लेलीअई...झरनी गीत

मुस्लिम समुदाय द्वारा ताजिया निकालने के समय गाया जाने वाला सामूहिक झरनी गीत उषाकिरण जी पक्कीसराय जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुना रही हैं:
हाय हाय दाहा देखे गेलीअई ,मकईया तोड़ी लेलीअई-
धईये लेलई राजा के सिपहीये हाय हाय-
हाय -हाय छोड़ी दहु आहे राजा हमरो अंचरवां-
रोअत होईहे गोदी के बलकवा हाय हाय-
हाय -हाय अब ही त हऊ गे छौड़ी बारह बरिसवा-
कहाँ से लएले गोदी के बलकवा हाय हाय-
हाय -हाय बारह बरिस बाबा कैलक बिअहवा-
ओही से लएली गोदी के बलकवा हाय-हाय...

Posted on: Nov 27, 2016. Tags: SONG USHA KIRAN VICTIMS REGISTER

माथे की बिंदी हैं हिंदी: हिंदी दिवस के अवसर पर रचना...

उषा किरण विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर एक रचना सुना रही है:
हिंदी ह्रदय की धड़कन हैं, काया है हिन्दुस्तान का-
माथ के बिंदी हैं हिंदी, भाषाओं के श्रृंगार का-
कण-कण में माधुर्य है अविरल हिंदी के रसधार का-
मीठी किलकारी हैं हिंदी, हिमालय के प्राण का...

Posted on: Sep 14, 2016. Tags: SONG USHA KIRAN VICTIMS REGISTER

« View Newer Reports

View Older Reports »

Recording a report on CGNet Swara

Search Reports »


YouTube Channel




Supported By »


Environics Trust
Gates Foundation
Hivos
International Center for Journalists
IPS Media Foundation
MacArthur Foundation
Sitara
UN Democracy Fund


Android App »


Click to Download


Gondi Manak Shabdkosh App »


Click to Download