हम न रहेंगे तब भी तो यह खेत रहेंगे ...कविता
ग्राम पंचायत-गढ़बेंगाल जिला-नारायणपुर छत्तीसगढ़ से एवडी साहू एक कविता सुना रही है:
हम न रहेंगे तब भी तो यह खेत रहेंगे-
इन खेतों में घन घडाते षेस रहेंगे-
जीवन बीते प्यास बुझाते-
माटी को हम मधु मस्त बनाते-
स्याम बदरिया के लहरते खेत रहेंगे CS