पड़की बोलथ काया मन हरे भाटा...छत्तीसगढ़ी गीत
जया मुंडे, खैरागढ़, जिला-राजनांदगांव (छतीसगढ़) से सीजी नेट के श्रोताओं को गीत सुना रहे हैं:
पड़की बोलथ काया मन हरे भाटा-
पड़की बोलथ काया मन हरे भाटा, पड़की बोलथ-
बोले सोनकाई राजा मोर मन डोलथ हे-
पड़की बोलथ काया मन हरे भाटापड़की बोलथ-
बोले सोनकाई राजा मन बैरी मोर पड़कत हे-
बोले सोनकाई राजा मोर मन डोलथ हे...
Posted on: Jun 08, 2022. Tags: CG CG SONG JAYA KAIRAGARH MUNDE RAJNANDGAON
वादों से नहीं यादों से नहीं बातों से नहीं प्यार मिलता है...हिन्दी गीत-
रोहित कुमार जिला-प्रतापगढ़ (मानिकपुर) से एक गीत सुना रहे हैं| अधिक जानकारी के लिए इस संपर्क नंबर पर बात कर सकते हैं:
वादों से नहीं यादों से नहीं बातों से नहीं प्यार मिलता है-
ये दुनिया नहीं तो खुशियां नहीं मांगा था तुझे रब से-
दिनरात रहे तू साथ रहे तू चाहा था तुझे मैंने कब से-
वादों से नहीं यादों से नहीं बातों से नहीं प्यार मिलता है...
Posted on: Jun 08, 2022. Tags: HINDI KUMAR MANIKPUR PRATAPGADH RAJSTHAN ROHIT SONG
चले आओ चले आओ कोई वादा नहीं फिर भी...गीत
भीमप्रसाद जी उत्तरप्रदेस से सीजी नेट के श्रोताओं से गीत सुना रहे है
चले आओ चले आओ कोई वादा-
नहीं फिर भी निगाहें राह ताकती हैं-
तुम्हारा ओ हंसी चेहरा कैसे भूल सकते हैं-
तुम्हारी एक झलक देखी नजर बेताब-
रहती हैं जैसे बड़ी प्यारी हमारी चीज खो गई जैसे-
उसी दीदार के खातिर तमन्नाएं मचलती है जिसे-
मांगा दुआओं में मिला जिसको चाहा ख्यालों में
मिला ओ ख्वाब सच बनके हमे दिन के उजालों में...
Posted on: Jun 07, 2022. Tags: BHIMPRASAD UTTRPRADES HINDI SONG
हे सारे जै माँ हे सारे जै माँ...गीत
ग्राम-डोटमा, ब्लाक-जयजैपुर, जिला-जांजगीर-चांपा (छत्तीसगढ़) से मनेद्रकुमार यादव गीत सुना रहे हैं:
हे शारदे माँ हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ-
तू स्वर की देवी हे संगीत तुझसे हर शब्द तेरा है हर-
तू स्वेत वर्णी कमल पे बिराजे, हाथों में वीणा मुकुट सर पे साजे-
मन से हमारे मिटा दे अंधेरे हमको उजालों का संसार दे माँ-
हे शारदे माँ हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ...
Posted on: Jun 07, 2022. Tags: CHAMPA JANJGIR JAYJAIPUR PREYER SONG
ये पिंजड़ा के मैना का बोली बोले तेहा...लोक छत्तीसगढ़ी
जिला-जांजगीर चापा (छत्तीसगढ़) से राधा जयसवाल एक लोक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रही है:
ये पिंजड़ा के मैना का बोली बोले तेहा-
मोका पा के संगी रे उड़ा जाही ना-
एक दीन एसे आही बरोड़ा उड़ा के ले जाही ना-
दाई दादा कुटुम कतीरा कोनों संग नई जाहि ना-
तोर सकेले धन धानी नई उड़ा जाहि ना-
ये पिंजड़ा के मैना का बोली बोले तेहा...