बस्तर के अंतिम राजा प्रवीरचन्द्र की सरकारी ह्त्या ने बस्तर को अन्धकारमय भविष्य की ओर धकेला...
बस्तर के अंतिम राजा प्रवीर चन्द्र के मन में बस्तर की जनता के कष्टों के लिए एक पीड़ा थी. उनका कहना था बस्तर के बाहर के लोगो को मुफ्त में जमीन दी जाती हैं और आदिवासीयों के लिए लकड़ी और जमीन लेना मना हैं .पर सरकार उनकी शिकायत पर ध्यान नही दे रही हैं. मैं हिंसा को नापसंद करता हूं .मैं अभी इस मन का नहीं बना हूं कि सरकारी हिंसा का जवाब जनता की हिंसा से दिया जाए लेकिन मैं बिल्कुल किनारे आ खड़ा हूं. 1966 में आज के दिन ऐसे महान व्यक्तित्व की हत्या से बस्तर के भविष्य को अंधेरे में धकेलने के साथ-साथ राजनीतिक परिवेश में हलचल मचा दी थी.बस्तर की जनता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले बस्तर के अंतिम महाराजा प्रवीर चन्द्र को विनम्रतापूर्वक नमन व श्रद्धांजलि। सुनील कुमार@9308571702
Posted on: Mar 25, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
गरीब और अमीर के बीच आय का फर्क १० गुने से अधिक का नहीं होना चाहिए: राममनोहर लोहिया -
मालीघाट जिला-मुजफ्फरपुर, (बिहार) से सुनील कुमार डा राममनोहर लोहिया के जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुडी कुछ बात बता रहे है. डा.लोहिया अपना जन्म दिन नही मनाते थे क्यूंकि आज के ही दिन भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव को फांसी दी गई थी. समाजवाद के शीर्ष नेता डॉ लोहिया को सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन के जनक के रूप में जाना जाता है, उनका जन्म फैजाबाद उत्तरप्रदेश में २३ मार्च १९१० में हुआ था, उनका जीवन सदा समाज में फैली आर्थिक विषमता के खिलाफ लड़ने में ही लगा उनका मानना था कि अगर गरीब व्यक्ति १ रू कमाता है तो जो ऊँचे पदों कार्यरत लोगो की आर्थिक स्थति उससे १० गुना अधिक नही होनी चाहिए. वे मानते थे कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी एक गरीब देश और समृद्ध देश का अन्तर इसी भाव के आधार पर होना चाहिए.सुनील कुमार@ 9308571702.
Posted on: Mar 23, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
दीवानों यह बात ना पूछो, कैसे हम आज़ाद हुए....भगत सिंह शहादत दिवस पर गीत
भगत सिंह शहादत दिवस पर जनवादी गीत प्रस्तुत कर रहे हैं साथी विभाकर तिवारी:
दीवानों यह बात ना पूछो, कैसे हम आज़ाद हुए-
इन्कलाब के नारे देश में, चारो ओर ही गूंजे पड़े-
गोलियां खाकर गिर गए फिर भी, कारवां रूका नहीं-
कितने माँ की गोद उजड़ी, कितने घर बर्बाद हुए-
कुर्बानी से मिली आज़ादी, आज फिर खतरे में है-
मन्दिर-मस्जिद पर लड़ते है हम, अस्मत तो लुटती अब है-
वीरों के सपने है छूटते, माँ तो फिर रोती अब है-
आज़ादी फिर छिन न जाए, नौजवां तुम निकल पड़ो...
Posted on: Mar 23, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
सत्य अहिंसा से जो दुनिया में बांटे प्यार, ऐसा सुघड़ सलोना है भाई है अपना बिहार...
बिहार दिवस की शुभकामना के साथ सुनील कुमार, मालीघाट-मुजफ्फरपुर (बिहार ) से नागेन्द्र नाथ ओझा की रचना “अपना बिहार महान” सुना रहे हैं:
सत्य-अहिंसा मंत्र से जो दुनिया में बांटे प्यार-
ऐसा सुघड़ सलोना है भाई है अपना बिहार-
वैशाली राजा विशाल की थी भाई राजधानी-
गणतंत्र राज्य की शुरु हुयी है यहीं से कहानी-
दुनिया के जब लोग घूमते थे वन-वन में मारे-
तब बिहार में विद्यापति जैसे विद्वान पधारे-
मण्डन की मिश्र की पत्नी से, शंकराचार्य ने खाई थी हार-
अस्सी साल का वीर कुंअर, अंग्रेजो को ललकारा-
मुजफ्फरपुर में खुदीराम ने पापी जज को मारा-
होकर शहीद भगवान लाल ,माता का चरण पखारा-
बिहारी वीरों ने कभी भी नहीं जंग में हारा-
आल्हा उदल की गाथा आज भी गाता हैं संसार-
ऐसा सुघड़ सलोना ...
Posted on: Mar 23, 2017. Tags: SUNIL KUMAR
एक बार अकबर ने बीरबल से कहा, मुझे हिन्दू बना दो...कहानी -
अकबर ने एक बार बीरबल से कहा तुम पक्के हिन्दू हो, मै भी हिन्दू होना चाहता हूँ तुम मुझे हिन्दू बना दो तो मानूं तो बीरबल ने कहा जहापनाह मुझे दो दिन का समय दीजिये। दूसरे दिन बादशाह सुबह महल के बाहर वाले जमुना तट के ऊपर घूम रहे थे तभी देखा एक व्यक्ति गधे को साबुन से नहला रहे थे, वो बीरबल थे. इस पर अकबर ने पूछा ये क्या कर रहे हो, बीरवल ने जवाब दिया गधे को घोडा बना रहा हू इस पर अकबर ने रोका और कहा तुम्हारा दिमाग ख़राब हो गया है क्या ? अकबर ने कहा जब हिन्दू मुसलमान बन सकता है तो गधा -घोडा क्यों नहीं बन सकता। ये जवाब सुनकर अकबर शर्मिन्दा हुए. इससे हमे यह पता चलता है जो जैसा है वही ठीक है-सुनील कुमार@9308571702.