एक नया संकल्प ले इस साल में...नववर्ष पर रचना -
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार नववर्ष के उपलक्ष में सुनील तेलम की एक रचना सुना रहे है:
एक नया संकल्प ले इस साल में-
एक बुराई त्याग दे हर हाल में-
देश कैसे बदल पायेगा कभी-
हम गिरे है रुढियो के जाल में-
दूसरो को हर समय उपदेश देना-
डाल देगा आपको जनजाल में-
एक नया संकल्प ले इस साल में...
Posted on: Jan 07, 2018. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय अभिनेता: ओम पुरी की पहली पुण्यतिथि पर हार्दिक श्रद्धांजलि...
18 अक्टूबर 1950 को अभिनेता ओम पुरी का जन्म हरियाणा के अंबाला में एक पंजाबी परिवार में हुआ था।ओम पुरी का दिल का दौरा पड़ने से शुक्रवार 6 जनवरी को निधन हो गया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1976 में मराठी फिल्म घासीराम कोतवाल से की थी।उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।पुरी पुणे के फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के छात्र थे। पुरी ने भारतीय फिल्मों के साथ ही पाकिस्तानी, ब्रिटिश और हॉलीवुड फिल्मों में काम किया था। उनके खाते में स्वतंत्र फिल्मों के साथ ही आर्ट फिल्में भी दर्ज हैं। उन्होंने अमेरिकन फिल्मों में भी काम किया |अपने पसंदीदा अभिनेता को हार्दिक श्रद्धांजलि:सुनील कुमार@9308571702
Posted on: Jan 07, 2018. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
सावित्रीबाई फुले के जन्मदिवस पर: विधवा-विवाह, फुले दम्पति और डा. यशवंत की सेवा, शहादत...
सुबह-सुबह एक सुन्दर युवती नदी में कूद पड़ी. फुले तट पर टहल रहे थे. नदी की तेज धारा में डूबती-उतराती उस युवती को फुले ने देख लिया बचाने के लिए फ़ौरन नदी में कूदकर उसे किनारे पर ले आये. सर मुड़ाई उस युवती को देखकर फुले समझ चुके थे कि वह विधवा है. पूछने पर पता चला कि वह पास ही के गांव की एक ब्राह्मणी है, उसके पेट में छ: महीने का बच्चा पल रहा है. लोग उसे मार देना चाहते हैं, इसलिए वह अब जीना नहीं चाहती. फुले ने उसे समझाया, ढाढस दिया और जबरन घर ले आए. रोती हुई उस स्त्री को सावित्रीबाई ने गले लगा लिया. फुले दम्पति ने उसी समय निर्णय ले लिया कि वे न केवल विधवा आश्रम खोलेंगे, बल्कि गर्भवती विधवाओं के प्रसव भी कराएँगे. जिस पर पूरे महाराष्ट्र में उनका विरोध हुआ, मगर कम्पनी सरकार की मदद से फुले का बाल बांका नहीं हुआ. उसी युवती की देख-रेख में फुले ने देश का पहला विधवा आश्रम खोला, जिसमें आस-पास की पीड़ित बाल-विधवाएं रहने लगीं. फिर पूणे सहित पूरे महाराष्ट्र में अनेक विधवा आश्रम खुले. अन्यों सहित ब्राह्मणों का भी साथ मिलने लगा.
कुछ दिनों बाद उस विधवा युवती से एक प्यारा-सा बच्चा पैदा हुआ. जिसे फुले दम्पती ने बड़े प्यार से पाला-पोसा. उसे पढ़ा-लिखाकर डाक्टर बनाया. संयोग से फुले दम्पती को कोई संतान नहीं हुई. इसलिए फुले ने उसी लड़के को अपना धर्म-पुत्र माना. यही बालक प्रसिद्ध चिकित्सक डा. यशवंत बना, जिसे फुले दम्पती ने अपनी पूरी सम्पति दे दी, सावित्रीबाई फुले के बाद फुले ट्रस्ट के मालिक डा. यशवंत ही हुए. फुले के भतीजों की एक न चली. ब्रिटिश सरकार में डा. यशवंत की बड़ी इज्जत थी. यशवंत प्लेग रोगियों की सेवा करते-करते चल बसे |
Posted on: Jan 05, 2018. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
जेही कोख बेटा जनमल वहीं कोख बेटिया...बेटियों पर भोजपुरी गीत -
सुनील कुमार मालीघाट मुजफ्फरपुर (बिहार) से भिखारी ठाकुर के शताब्दी वर्ष पर उनकी रचना से सुना रहे हैं :
जेही कोख बेटा जनमल वहीं कोख बेटिया – दू रंग नीतिया काहे कईला हो बाबू जी – बेटा जे जनमला से सोहरा बधैया हमार बेरिया – काहे मातम मनवला हमार बेरिया – बेटा के खेलई खातिर देला मोटर गाड़िया – काहे सुपती मऊनीया हमार बेरिया – बेटा के पढ़ावे खातिर भेजला स्कूलिया...
Posted on: Jan 04, 2018. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
सांस्कृतिक नीति बनाने, लोक कलाकारों की मदद की माँग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन...
सुनील कुमार बता रहे हैं मुजफ्फरपुर बिहार में 10 जनवरी 2018 को राज्य की सांस्कृतिक नीति बनाने के माँग को लेकर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया है जिसमे प्रत्येक विद्यालय में कला शिक्षक नियुक्ति की मांग, कला प्रदर्शन करने के लिए औडिटोरियम भवन फ्री करने की मांग, लोककला और लोक कलाकारो के लिए आयोग गठन, उनके लिए आर्थिक मदद, पेंशन, सरकारी प्रचार प्रसार के लिए लोक कलाकारो को जोड़ने आदि को लेकर एक दिवसीय धरना आयोजन किया गया है जिसमे वे सीजीनेट के सभी सुनने वाले सभी साथियों को वहां पर धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं, कला और संस्कृति को बचाने के लिए ऐसे प्रयास और जगह भी किये जाने चाहिए | सुनील@9308571702