मातृभक्त चाणक्य की कहानी...
बहोत काम लोग जानते हैं कि चाणक्य मातृभक्त थे उनका जन्म राज घराने में हुआ था| पिता की मृत्यू के बाद एक दिन चाणक्य की माँ ने उनसे कहा “मुझे ऐसा लगता है तू मुझे भूल जायेगा राजा बनने के बाद” तब उन्होंने पूछा कैसे ? माँ ने कहा तेरे सामने के दांत से ऐसा लगता है तो उन्होंने अपने सामने के दांत पत्थर से तोड़ दिया और राज पाठ छोड़कर वन में कुटिया बनाकर रहने लगे और पूरा जीवन माँ की सेवा किया| इतिहास में कई ऐसे लोग हुये हैं जिन्होंने अपने माता पिता की सेवा किया और आज लोग उन्हें याद करते हैं|