राम सुमरकर जीवन जोड़ा...भजन गीत-
ग्राम-छुलकारी, जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) से लल्लू केवट और दरबारी लाल एक कविता सुना रहे है:
राम सुमरकर जीवन जोड़ा-
हरी से नाता फिर क्यों तोड़ा-
आने से पहले इस जग में-
अपने प्रभु से क्या वादा किया था-
ध्यान धारूंगा सुमुरुंगा हर पल-
हर पल तुझको याद करूँगा-
हरी से नाता फिर क्यों तोड़ा-
समय गया नही थोड़ी है बाकी...