शिवगरु तेरा प्यार पुराना लगता है...शिव भजन-
ग्राम-छुलकारी, पोस्ट-पसला, जिला-अनुपपुर (मध्यप्रदेश) से लल्लू केवट साथ में धनेशिया कुवर एक शिव भजन सुना रहें है:
पागल मन मा दिल दीवाना लगता है-
शिवगरु तेरा प्यार पुराना लगता है-
शिव की दया फल बटटी है तुम जानों-
दया करेंगें वो सीस तुम गुरु जो हम सकेंगे-
माँ के गर्भ से गुरु चरण से दूरी नहीं-
शिवगरु तेरा प्यार पुराना लगता है...
Posted on: Dec 25, 2019. Tags: ANUPPUR LALLU KEWAT MP SONG
चित्रकोट दर्शन के अनुभव-
ग्राम-छुलकारी, पोस्ट-पसला, जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) के निवासी लल्लू केवट के साथी राम कुमार राठौर जो ढोडीपानी गांव के रहने वाले हैं, बता रहे हैं वे अपने मित्रो के साथ चित्रकोट शिविर में आयें हैं, आज रामघाट और सरयू नहीं के दर्शन किये, पूजा पाठ किये, कामतानाथ के दर्शन किये| ये एक धार्मिक स्थल है, वहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं| इस तरह उन्होंने अपने अनुभव को बताया, सुनने वाले श्रोता भी जाकर ये लुत्फ़ ले सकते हैं|
Posted on: Dec 11, 2019. Tags: ANUPPUR LALLU KEWAT MP STORY
हमें दर्शन न दिखलाते तेरी क्या मजबूरी है...गीत-
ग्राम-छुलकारी, पोस्ट-पसला, जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) से लल्लू केवट एक भजन सुना रहे हैं :
चित्रकोट के घाट में, चित्रकोट के अस्पताल में-
सब मरीजो का भीड़-
मोदी जी खाना परुसे, दल परुसे कमलनाथ जी-
बुहाते हो दरबार लगाते हो, दर्शन देते भगवान-
हमें क्या तरसाते हो भगवान-
प्यासी इन अखियन में क्यूँ प्यास अधूरी है-
हमें दर्शन न दिखलाते तेरी क्या मजबूरी है...
Posted on: Dec 11, 2019. Tags: ANUPPUR LALLU KEWAT MP SONG
भजन : बकुला के पेट मा काटा गढ़ गे मछरी माजा उड़ाथे...
ग्राम-छोलकारी, पोस्ट-पसला , जिला-अनुपपुर (मध्यप्रदेश) से लल्लू केवट एक भजन गीत सुना रहें है:
रम रावण के मते लड़ाई, सीता जी को पाने को-
हनुमत ने छलांग लगाया, लंका को जलाने को-
नदिया के तीर तीर बकुला चरथे मछरी बिन बिन खाते-
बकुला के पेट मा काटा गढ़ गे मछरी माजा उड़ाथे-
बकुला के पेट मा काटा गढ़ गे मछरी माजा उड़ाथे...
Posted on: Nov 13, 2019. Tags: ANUPPUR MP LALLU KEWAT SONG
भजन : अवधपुर के रामा, जनकपुर की सीता...
ग्राम-छुलकारी, जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) से लल्लू केवट एक भजन सुना रहे है:-
अवधपुर के रामा, जनकपुर की सीता-
तोला देखे बिना नैना, तरसत रे बिना-
तोला देखे बिना जिव्हा, तरसत रे बिना-
अवधपुर के रामा, जनकपुर की सीता-
आगे-आगे राम चले, बिच में लक्षमण भैया-
अवधपुर के रामा, जनकपुर की सीता-
तोला देखे बिना नैना, तरसत रे बिना...