नेत्रहीन बच्चे पढ़ने के लिये ब्रेल लिपि का उपयोग करते हैं...
ग्राम-सिंगपुर, तहसील-पंडरिया, जिला-कबीरधाम (छत्तीसगढ़) से ओमकार मरकाम बता रहे हैं| ब्रेल लिपि एक एसी लिपि है| जिसका उपयोग नेत्रहीन लोगो द्वारा पढ़ने और लिखने के लिये किया जाता है| ब्रेल लिपि का अविष्कार लुई ब्रेल द्वारा सन 1821 में किया गया था| यह लिपी उभरे हुये 6 बिंदु पर आधारित होती है| 6 बिंदु से मिलकर एक सेल बनता है| प्रत्येक सेल में एक वर्ड या अक्षर लिखा जाता है| जिसे छूकर बच्चे पढ़ते हैं|