वनांचल स्वर : औषधीय पौधा सतावर से दूध की कमी और कमजोरी को कम किया जा सकता है-
ग्राम-डभौरा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से जगदीश यादव आज हम लोगो को एक औषधीय जड़ी सतावर के बारे में बता रहे हैं, सतावर वनों में पाई जाने वाली जड़ी है, ये उन महिलाओं के लिए जिनको बच्चा जन्म लेने के बाद शरीर में दूध नही बनता या कम बनता है और किसी भी कमजोर व्यक्ति के लिए उपयोगी है, जड़ को सुखाकर पीसकर एक चम्मच प्रतिदिन दूध और मिश्री के सांथ मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से लाभ मिल सकता है, वह वृक्ष एक लता के समान कठीला होता है, यह बारिश के दिनों में निकलता हैं, झाडियों के बीच रहता है पत्तियां, तना दोनों हरी रहती है, छोटे-छोटे फल लगते हैं जो पपीता के बीज के तरह होते हैं, अक्टूबर, नवंबर महीने के बाद ये वृक्ष सूख जाता है, यह 5 या 6 फिट का लता के सामान होता है, इसमें 2 किलो तक जड़ निकलती है, जो सफेद रंग की होती है, मीठी होती है: जगदीश यादव@697448583.