होली पर्व का एक किस्सा...

मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार बता रहे है कि अकबर हुमायु, जहाँगीर, शाहजहाँ, बहादुर शाह, जफर होली आने के पहले से ही रंग उत्सव की तैयारी शुरू कर देते थे | अकबर के महल में सोने और चंडी के बड़े-बड़े बर्तन में केवे और केसर युक्त रंग घोला जाता था| राजा अपनी बेगम और सुन्दरियों के साथ होली खेलते थे| शाम को महल में ठंडाई और मिठाई पानी इलाइची से मेहमानों का सिखबाल होता था | मुसायरे, कव्वालियो नृत्य गानों की महफ़िल जमती थी| इतिहास में जिक्र है कि जहाँगीर के समय में भी महफ़िल एक होली का भी भव्य कार्यक्रम होता था| साधारण नागरिक भी बादशाह पर रंग डालते थे शाहजहाँ तो होली को ईद गुलाबी के रूप मनाये करते थे|

Posted on: Aug 05, 2019. Tags: BIHAR MUZAFFARPUR SONG STORY SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER

Recording a report on CGNet Swara

Search Reports »


YouTube Channel




Supported By »


Environics Trust
Gates Foundation
Hivos
International Center for Journalists
IPS Media Foundation
MacArthur Foundation
Sitara
UN Democracy Fund


Android App »


Click to Download


Gondi Manak Shabdkosh App »


Click to Download