ज्ञान बुद्धि के तहीं देवईया हो, माई तोर दुआरी...छत्तीसगढ़ी में सरस्वती वंदना-
त्रिलोकी सिदार छत्तीसगढ़ी भाषा में एक सरस्वती वंदना सुना रहे हैं :
ज्ञान बुद्धि के तहीं देवईया हो, माई तोर दुआरी-
सरस्वती दाई हो हवए तोर हंस सवारी-
ज्ञान बुद्धि के तहीं देवईया हो, माई तोर दुआरी-
अरे किस्मत होता है, पर जां नही होती-
बीच सरोवर कमल फूल मा बईठे आसन मारे-
विनय करें देवता नर नारी, सरग ले चंदा माई-
अरे छोटे-छोटे लड़िकन दाई, तै सब के महतारी...