जब तक रोटी के प्रश्नों पर पड़ा रहेगा भारी पत्थर...हिन्दी गीत
कुटरू, जिला-बीजापुर,(छत्तीसगढ़) से संगीता मिचा एक गीत सुना रही हैं:
जब तक रोटी के प्रश्नों पर पड़ा रहेगा भारी पत्थर-
कोई मत ख़्वाब सजाना तुम-
मेरी गली में ख़ुशी खोजते-
अगर कभी जो आना तुम-
कानो की बालियों में टपका हुआ पसीना-
सोचो की इनकी बूंदे मोती हैं या नगीना-
जब तक सूरज नहीं उगाले चंदा को न वापस पाले-
टिकली में लगाना तुम मेरी गली में ख़ुशी खोजते आना तुम...