रे मकइया रे तोर गुनवा गवलो ना जाला.....भोजपुरी किसानी गीत
ग्राम-सारंगपुर, जिला-बलरामपुर, छत्तीसगढ़ से नन्दलाल सिंह भोजपुरी में एक गीत प्रस्तुत कर रहे हैं, गीत खेती-किसानी पर आधारित है:
रे मकइया रे तोर गुनवा गवलो ना जाला-
आगे-आगे हर चले पीछे ले बुनाला-
तेकर पीछे पता चले जमते कोड़ाला-
रे मकइया रे तोर गुनवा गवलो ना जाला...