अच्छे-अच्छे बांध बंधिये जैसे सागर ताल भैया...किसानी लोकगीत -
ग्राम-गुरमुठी, पोस्ट-महेवा, तहसील-वाड्रफनगर, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से रामदीप आयाम खेती किसानी पर एक लोकगीत सुना रहे हैं :
अच्छे-अच्छे बांध बंधिये जैसे सागर ताल भैया-
के बन जाओ धनवान भैया, किसानी धंधा रे-
अच्छे-अच्छे बिज डालिए अन्न पक्के हर साल भैया-
के बन जाओ धनवान भैया, किसानी धंधा रे-
अच्छे-अच्छे अन्न पक्के हर साल, किसानी धंधा रे-
के बन जाओ धनवान भैया, किसानी धंधा रे-
धन चन्दा तोर चांदनी, धन सूरज तोर जोत भैया-
के बन जाओ धनवान भैया, किसानी धंधा रे...