An Adivasi girl child requests her teacher to teach them well: A Marathi song
माधुरी चंद्रपुर, महाराष्ट्र से अपनी शाला के गुरूजी को अच्छे से पढ़ाने, अच्छी शिक्षा देने और मेहनत- पसीने से कमाने और उनका भविष्य उज्जवल करने की गुजारिश कर रही है:
छान हे करीन न, आली शाळेत जावणी न,
तेन्ना गोडी गुलाबी न, गुरूजी तुम्ही शिकवा न।
तेन्ना गोडी गुलाबी न, गुरूजी तुम्ही शिकवा न।।
ओ गुरूजी घामाच पगार..अ
घ्या न स्वाभिमानना..नया
पायानी साज्ञान न, तुमच्या हातात जीवन न।
तुमचा झाला न मातेर, अता सरी नी शिकवा न।।
ओ गुरूजी घामाच पगार..अ
घ्या न स्वाभिमानना..न
Posted on: Oct 26, 2013. Tags: EDUCATION MADHURI MESHRAM
गीत गा रहे है आज हम रागिनी को ढूंढते हुए...
गीत गा रहे है आज हम रागिनी को ढूंढते हुए
आ गए यहाँ जवां कदम जिन्दगी को ढूंढते हुए
हर दिलो में ये उमंग है ये जहां नया बनायेंगे
जिन्दगी का दौर आज से दोस्तों को हम सिखायेंगे
फूल हम नए खिलाएंगे ताजगी को ढूंढते हुए
है दहेज़ का बुरा रिवाज आज देश के समाज में
है तबाह आज आदमी लोभ पे टिके समाज में
हम समाज भी बनायेंगे आदमी को ढूंढते हुए
फिर न रो सके कोई दुल्हन जोर जुल्म का न हो निशाँ
मुस्करा उठे धरा गगन हम रचेंगे ऐसी दास्तां
हम वतन को यू सजायेंगे हर खुशी को ढूंढते हुए
गीत गा रहे है आज हम रागिनी को ढूंढते हुए