हम बंधुआ मज़दूर हैं पर एहसान करके हमें छुड़ाओ मत, कम से कम अभी खाना तो मिल जाता है...
चित्तोड़गढ़ (राजस्थान) से खेमराज चौधरी बता रहे हैं कि आज वे शेरगढ़ गाँव गए इस गाँव में 35 घर है और उनमे से 8 बंधुवा मजदूर और और सब राजपूतो के यहाँ बंधुवा मजदूरी करते है पास में स्कूल है लेकिन कोई भी पढना नहीं चाहते है तीन लोग टीबी के मरीज है और गाँव में पूरे बच्चे कुपोषित है और महिलाये एनीमिक है, सब भूमिहीन है और लोगो के घरो में खाने के लिए राशन नहीं है और उस गाँव में छह बाल बंधुवा मजदूर है| मैंने कहा मैं आप लोगो को छुड़ा लूँ तो उन्होंने कहा नहीं साहब फिर हम लोगो को कोई रखेगा नहीं अभी हम लोगो को कम से कम रोटी तो मिल रही है| आप बाल मजदुरो को किसी को मत छुडाओ हमारी जिन्दगी ठीक है तो वे मायूस हो गए की ये खुद छूटना नहीं चाहते है| चौधरी@9460057394.