आमा पतई बगई डोरा ये झुलनी झुलाबों रे...डोमकच विवाह गीत-
ग्राम-पेडारी, तहसील-वाड्रफनगर, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से देवन्ती मरकाम, कैलासो देवांगन, राजमती और मनबसिया एक डोमकच विवाह गीत सुना रहे है:
आमा पतई बगई डोरा ये झुलनी झुलाबों रे-
आमा पतई बगई डोरा-
झुलनी झुलाबों रे तुहर पारा हमर टोला-
जोड़ी मिलाबो रे तुहर पारा हमर टोला-
पेंडारी लाल माटी ये कहा कर-
आमा गाछी ये काहा कर लाल माटी-
काहा कर आमा गाछी-
कहा जगे लोलो रे लगाले फुलवार-
पेंडारी कर आमा गाछी बसंतपुर कर-
लाल माटी ईरिया में लोलो रेलगथे फुलवार-
आमा पतई बगई डोरा ये-
झुलनी झुलाबों रे आमा पतई बगई डोरा...