हमारे उरांव समाज में बच्चों की शादी कम उम्र में कर दी जाती है, इसे बदलने में आपकी मदद चाहिए...
ग्राम-चनोड़ी, जिला-रोहतास (बिहार) से चितरंजन उरांव उनकी स्थानीय भोजपुरी भाषा में बाल विवाह की कुरीति के सबंध में बता रहे हैं कि उनके इलाके में आदिवासी उरांव समाज में आज भी अपने बच्चो की शादी कम उम्र में ही कर दी जाती है. उनका कहना है कि गरीबी और शिक्षित नही होने के कारण उरांव परिवार अक्सर जल्द ही बाल उम्र में बच्चों की शादी कर देते है, वे अपने समुदाय के लोगो को सीजीनेट के माध्यम से यह सन्देश दे रहे है कि अपने छोटे बच्चो की शादी न करे, हमारा समाज बहुत गरीब है अपने बच्चो का पालन पोषण अच्छे से करें और शिक्षा पर विशेष ध्यान दें जिससे समाज और आपके बच्चों का समुचित विकास हो सके-चितरंजन उरांव@8544180001.