हमारे यहाँ रोड पर पुल नहीं होने से बहुत परेशानी हो रही है, शिकायत करने पर अधिकारी सुनते नहीं...
मरकाम पारा, ग्राम-तुडपारास, जिला-दंतेवाडा (छत्तीसगढ़) से गाँव के साथी भीमा, धुर्वाराम मरकाम बता रहे है कि उनके गाँव से कोंडापार से कंवलनार तक रोड में पुलिया नहीं होने के कारण गाँव के लोगो आने जाने बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और इस रोड से 10 से 12 गाँव के लोगो का आना जाना रहता है | इसके लिए इन्होने कई बार जिला पंचायत C.E.O. के पास आवेदन भी किये लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहे है इसलिए साथी सीजीनेट सुनने वाले साथियों से मदद की अपील कर रहे है कि इन अधिकारियो को फोन कर दबाव बनाये ताकि इनके गाँव के पास पुलिया की सुविधा हो जाये :कलेक्टर@9179530000, CEO@7669577888, गाँव में संपर्क नम्बर संजय नाग@7587318579.
Posted on: Oct 20, 2017. Tags: BABULAL NETI DANTEWADA SONG VICTIMS REGISTER
आपका स्वास्थ्य आपके मोबाइल में : गर्मी की बीमारी का जडी बूटी से उपचार -
सीजीनेट जन पत्रकारिता यात्रा आज ग्राम-तुडपारास, जिला दन्तेवाडा (छत्तीसगढ़) पहुँची है वहां से बाबूलाल नेटी गाँव के साथी घसुराम नाग से बात कर रहे हैं जो वैद्य है और वो गर्मी की बीमारी के सम्बन्ध में कुछ जड़ी बूटी बता रहे है| गर्मी की बीमारी को ठीक करने के लिए एक जड़ी लाना है जिसका नाम सतावरी है जो जंगल में पाया जाता है इसके जड़ में कांदा रहता है और एक दवाई जो पानी रहता है इसे कुकडी चंडी कहते है इसका भी कांदा आलू जैसा गोल रहता है | इन दोनों को पीसकर घी में मिलाकर उबालना है| खिलाना है दूध के साथ या घी के साथ इसको हफ्ते में दो बार खिलाना है इसे बच्चो से लेकर बड़े आदमी और औरत तक सभी लोग खा सकते है| वैद्यराज घसुराम नाग@7646069821.
Posted on: Oct 19, 2017. Tags: BABULAL NETI DANTEWADA SONG VICTIMS REGISTER
दंतेवाडा जिले की कहानी...
जिला-दन्तेवाडा (छत्तीसगढ़) से बाबूलाल नेटी दंतेवाड़ा के नाम की कहानी बता रहे हैं वे बता रहे है कि यह शंखिनी और डंकिनी नाम की दो नदियों का संगम स्थान है यहाँ दंतेश्वरी नामक मंदिर बहुत प्रसिद्ध है जहाँ दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते है. लोग बताते हैं कि दंतेश्वरी माँ दो बहन है बड़ी बहन बालपेट में रहती है और छोटी बहन दंतेश्वरी में है इस महिमा का बखान हर साल नवरात्रि में होती है दोनों देवी कोई एक भक्त के साथ जा रहे थे तो माँ बोली बेटा जब तक मेरी पायल की आवाज सुनाई देगी पीछे मुडकर मत देखना, लेकिन रेत की वजह से पायल नही बजी तो भक्त पीछे मुडकर देखा तो दोनों वहां नही मिले, विलुप्त हो गए तब से इस जिले का नाम दंतेवाडा पड़ा | बाबूलाल@7089138521