देखा तो दुनिया ला, कयसन आ गया जमाना...गीत
ग्राम-लंजोड़ा, जिला-कोंडागांव (छत्तीसगढ़) से राम रतन देशमुख एक गीत सुना रहे है:
देखा तो दुनिया ला, कयसन आ गया जमाना-
पोती पुराण ला छोड़ के, गात है सिनेमा गाना-
पय्या के जुग में, बहुत होवे रामलीला-
देखे बर जाऊन संगी, सब माहिती ला-
अभी के ज़माना आवे, हो गया नया ना-
देखा तो दुनिया ला, कयसन आ गया जमाना-
पोती पुराण ला छोड़ के, गात है सिनेमा गाना...
Posted on: May 21, 2018. Tags: RAMRATAN DESHMUKH SONG VICTIMS REGISTER
चिक डोंडी डोंडी नगर कांदा चिक डोंडी नगर कांदा...बस्तर से गोंडी गीत
चिक डोंडी डोंडी नगर कांदा चिक डोंडी नगर कांदा
ये ददा चिक डोंडी डोंडी नगर कांदा
पढ़ते पढ़ा लिखते लिखा लिखते चला यार
अले ज्वार बली ददा मुड़की न यार
चिक डोंडी डोंडी नगर कांदा चिक डोंडी नगर कांदा
ये ददा चिक डोंडी डोंडी नगर कांदा
करियां कौवा काओं काओं पंडरी कौवा काओं काओं
अले ज्वार बली ददा मुड़की न यार
चिक डोंडी डोंडी नगर कांदा चिक डोंडी नगर कांदा
ये ददा चिक डोंडी डोंडी नगर कांदा ।
Posted on: Jan 11, 2014. Tags: Sarita Samrath gondi
रेला रेला रेला रे रे रे ला पाय रे ला रे रेला...बस्तर से घोटुल गीत
रेला रेला रेला रे रे रे ला पाय रे ला रे रेला
इंदिना गरसेना नाल गूढ़ गूढ़ हायना
वायना गोटू दे पाय रे रे गोटू दे
बिंदिया करेना न नना वायना
वायना गोटू दे पाय रे ला गोटू दे
बिंदिया करेना न नना वायना
चूड़ी करेना न नना वायना
वायना गोटू दे पाय रे ला गोटू दे
किन्ना करेना नना वायना
वायना गोटू दे पाय रे ला गोटू दे
नतनी करेना नना वायना
वायना गोटू दे पाय रे ला गोटू दे
माला करेना नना वायना
वायना गोटू दे पाय रे ला गोटू दे
Posted on: Jan 10, 2014. Tags: Sarita Samrath
Love song from Ghotuls in Bastar: A girl child sings...
ग्राम कराची तहसील भानुप्रतापपुर जिला कांकेर (छत्तीसगढ़) से सरिता समरथ जी की मदद से वहाँ की एक बालिका घोटुल में गाये जाना वाला गोंडी गीत गा रही है यह गीत गाकर बस्तर की बालक बालिकाएं अपने जीवन साथी का चयन करते हैं
रे रे लयो रेले लयो रेले लला रेले ला
वायकी वायकी बिनोसा अवर गुटु दे
निवा नवा पोलो अनार गुटु दे
चिचगोपा फया न वली दाना ।
इद मावा जिन्दगी रैंड दियाना
इद मावा जिन्दगी रैंड दियाना ।
दादा न वाईना किदुर कुसाना
हे निवा करम रो मड़मी दियाना ।
डोडंग डोडंग वायना ईटिंग बोटंग फयाना
इद मावा जिन्दगी रैंड दियाना ।
Posted on: Jan 07, 2014. Tags: BASTAR GONDI SARITA SAMRATH
ओस की बूंद सी कोमल होती है बेटियाँ..एक कविता
ओस की बूंद सी कोमल होती हैं बेटियाँ
ममता की मूरत होती हैं बेटियाँ
बाबुल की प्यारी होती हैं बेटियाँ
फर्श खुरदुरा हो तभी रोती हैं बेटियाँ
रोशन करेगा बेटा तो केवल एक कुल को
दो दो कुलों की लाज होती हैं बेटियाँ
विधि का विधान है विधाता की रस्म है
मुट्ठी मै भरी नीर सी होती है बेटियाँ