पीड़ितों का रजिस्टर: नक्सलियों से डर कर गाँव छोड़ना पड़ा
ग्राम कुलानार जिला कोंडागांव छत्तीसगढ़ से राधा नेताम बता रही है मैं 10वी पढ़ रही थी तब मुझे नक्सलियों ने पकड़ कर संगटन में ले गए थे मैं नक्सली संगटन में तीन साल काम कियी हूँ, 2004से 2007 तक रही हूँ! मैं वह से आ कर राजेश नेताम से शादी की थी वो ख़त्म हुए है 2014-15 को राजेश नेताम बीमार था. मेरे माँ का गाँव कुलानार है जिला कोंडागांव मेरे पती भी कोंडागांव के ही थे उसके बाद मैं वारंट काटके मैं स्कूल में काम कर रही थी ,फिर कांकेर जिला से वारंट खोल के कांकेर से पकड़ ने आ रहे थे फिर मैं थाना में जा कर आत्मा समार पड़ करने को बोलीऔर बड़े डोंगरक थाना से न आत्मा समार पड़ कर दिए फिर अभी g.s में लगा है लगभग 2 साल हुआ क्योंकि मैं आपने गाँव से वारंट कटवाई होती न स्कूल में काम कर रही होती,मैं अभी कोंडागांव जिला में H.p ऑफिस में काम करती हूँ मेरा महिना का सैलरी 11000से 12000 हजार मिलता हैमेरे घर में 2 बच्चे है और नानी है देवर लोग है लेकिन उन लोग अलग-अलग रहते है माँ पापा नहीं है वर्तमान में कोई परेशानी नहीं हैं मैं भी तोड़ा बहुत कमा लेती हूँ और बच्चे मन को भी पढ़ा रही हूँ और माओवादी से उधर दर लगता है इन्धर तो डर नहीं है गाँव में डर हैं इसलिए उधर नहीं जाती हूँ कृपया मदद करें! जानकारी हेतु@6267868286.