काबर भूला रे आदिवासी मन, गोंडी धर्म इतिहास...गीत-
ग्राम-चंद्रेली, पोस्ट-मसदा, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से राजकुमार आयाम एक गोंडवाना गीत सुना रहे हैं :
काबर भूला रे आदिवासी मन, गोंडी धर्म इतिहास-
धर्म हवे पिता, भाषा हवे माँता, सुनके अमल कर ले-
माँता पिता कर सेवा ला भुलागे, धर्म ला छोड़े तोरे धन हा सिरागे-
काबर भूला रे आदिवासी मन, गोंडी धर्म इतिहास-
धर्म हवे पिता, भाषा हवे माँता, सुनके अमल कर ले...