काबर भूला रे आदिवासी मन, गोंडी धर्म इतिहास...गीत-
ग्राम-चंद्रेली, पोस्ट-मसदा, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से राजकुमार आयाम एक गोंडवाना गीत सुना रहे हैं :
काबर भूला रे आदिवासी मन, गोंडी धर्म इतिहास-
धर्म हवे पिता, भाषा हवे माँता, सुनके अमल कर ले-
माँता पिता कर सेवा ला भुलागे, धर्म ला छोड़े तोरे धन हा सिरागे-
काबर भूला रे आदिवासी मन, गोंडी धर्म इतिहास-
धर्म हवे पिता, भाषा हवे माँता, सुनके अमल कर ले...
Posted on: Nov 11, 2019. Tags: CG RAJKUMAR AYAM SONG SURAJPUR VICTIMS REGISTER
मिल जुली रहब ये जमाना में, तबे बढ़ब आगे-आगे...गीत...
ग्राम-चंद्रेली, पोस्ट-मसगा, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से राजकुमार आयाम एक गोंडवाना गीत सुना रहे हैं :
मिल जुली रहब ये जमाना में, तबे बढ़ब आगे-आगे-
ईहा कर आदिवासी हवें कर मूलनिवासी-
सरखो हे गोत्र हमर करले गा चिन्हारी-
मिल जुली रहब ये जमाना में तभे बढ़ाबे आदिवासी-
Posted on: Sep 01, 2019. Tags: CG RAJKUMAR AYAM SONG SURAJPUR VICTIMS REGISTER
नान पन के रानी नान पन के फुले हवे आज फूल बन के...ददरिया गीत
ग्राम-चंद्रेली, पोस्ट-मसगा, तहसील+थाना-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से राजकुमार आयाम एक ददरिया गीत सुना रहे है:
नान पन के रानी नान पन के फुले हवे आज फूल बन के-
तोर मोर माया फुलवारी रे माया देदे माया लेले संगवारी रे-
नान पन के रानी नान पन के फुले हवे आज फूल बन के-
डारा रें डारा जामुन के डारा रे तोर रूप दिखथे रानी-
तोर मोर माया फुलवारी रे माया देदे माया लेले संगवारी रे-
नान पन के रानी नान पन के फुले हवे आज फूल बन के...