मैं अमर शहीदों का चारण...कविता-
ग्राम-पोलमी, जनपद-पंडरिया, जिला-कबीरधाम (छत्तीसगढ़) से चतुरराम साहू एक कविता सुना रहे हैं :
मैं अमर शहीदों का चारण, उनके गुण गाया करता हूँ-
जो कर्ज राष्ट्र ने खाया है, मैं उसे चुकाया करता हूँ-
यह सच है, याद शहीदों की हम लोगों ने दफनाई है-
यह सच है, उनकी लाशों पर चलकर आज़ादी आई है-
यह सच है, हिन्दुस्तान आज जिन्दा उनकी कुर्वानी से-
यह सच अपना मस्तक ऊँचा उनकी बलिदान कहानी से...