धरती दाई के अमर है कहानी...गीत-
ग्राम-रामापुरम भद्रादी कोठागुडम (तेलंगाना) से कन्हैयालाल केवट एक स्वरचित छत्तीसगढ़ी भजन सुना रहे हैं :
ये धरती के चंदन माटी, येखर है बड़ा जर छाती-
येही मा जीबो येही मा मरबो, येखर पईयाँ पड़ो दिन राती-
धरती दाई के अमर है कहानी-
येही मा हवे सोना चांदी, येही मा खातू गोबर-
नहीं है कोनो छुआ-छूट सबो है बरोबर-
येही मा हमन खेलबो खाबो, येही मा बिताबो जिंदगानी...