पढ़े लिखे गवांर होये गांव में रह के...कविता-
ग्राम-देवरी, तहसील, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से कैलाश सिंह पोया एक कविता सुना रहे हैं :
पढ़े लिखे गवांर होये गांव में रह के-
दारू नशा कर पीछे पड़े बात नहीं सहके-
न एमन काम सीखिन, न पूरा पढाई कर सकिन-
पिये-पिये पढ़ के प्लेट कप धोवाथिन-
आज खेती किसानी करे बार कोई नहीं होवाथें...