स्वास्थ्य स्वर: श्वेत प्रदर का घरेलू उपचार-
सेतगंगा, जिला-मुंगेली (छत्तीसगढ़) से वैद्य रमाकांत सोनी आज हमें श्वेत प्रदर की बीमारी का एक आयुर्वेदिक उपचार बता रहे है, जो बहुत सी महिलाओं को अक्सर परेशान करता है. वे सुझा रहे हैं कि अर्जुन की छाल (कहुवा) और सतावर जिसे शहस मूल भी कहते है दोनों को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर रख ले और एक चम्मच चूर्ण दूध के साथ सुबह शाम दोपहर ले. इसको 1-2 माह तक ले सकते है, गरिष्ट भोजन के बाद सुबह शाम बराबर जल मिलाकर ले. इसको प्रयोग करने से मरीज को आराम मिलता है यह लोग अपने घर में आसानी से करके कम खर्च से पैसे बचाकर बीमारी से भी निजाद पा सकते है | अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क रमाकांत सोनी@9589906028.