वनांचल स्वर: लाख जिससे चूड़ी और कांच बनता है उसे हम जंगल से लाकर बाज़ार में बेचते हैं...
सीजीनेट जन पत्रकारिता यात्रा आज ब्लाक-दुर्गकोंदल जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) के दुर्गूकोंदल बाज़ार में है वहां से गणेश सिंह आयाम के साथ में वहां के एक बुज़ुर्ग रिदुराम जी हैं वे बता रहे है कि उनके पास लाख है उसको जंगल से तोड़कर लाये है और उसका कांच और चूड़ी बनता है और यह कोशुम के पेड़ में पाया जाता है वे लोग 190 रूपये में गाँव के लोगों से लेते है और बाजार में 192-193 में बेचते है बता रहे है और लाख सिर्फ ठंड के मौसम में ही मिलता है |इसे ग्रामीणों द्वारा कुसुम के पेड़ पर लगाया जाता है और उसे तोड़कर ठण्ड के मौसम बेचते है वे बोल रहे है कि आप लोग भी लाख लगाइए और उसका फायदा उठाएगा. गणेश आयाम@9754186921.