मुझ से किसी से मोहब्बत नहीं थी ...हिन्दी गजल
भदौनी (उत्तर प्रदेश) से अजय कुमार मिश्रा एक गजल सुना रहे हैं
तुम मोहब्बत की धोके में कोई ना आये एक दिन हसोये उस दिन रुलाये
मुझ से किसी से मोहब्बत नहीं थी
दिल अंखोको रोनेकी आदत नहीं थी
मोहब्बत ही आँखों ने आँसू बसाये
एक दिन हसोये उसे दिन भी लाये
मेरे दिल की पूछे कोई मोहब्बत की हालत
दुनिया की सारी . . . संपर्क@8127593991.