जागा रे,जागा रे,जागा रे,जागा रे... संघटन गीत
ग्राम-बरपटिया, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से धन साय मरावी एक गीत सुना रहे हैं:-
जागा रे,जागा रे,जागा रे,जागा रे-
जागा रे भैया सुते न रहिहा-
फोकट में मांग-मांग लूटे लूटइया-
जागा रे,जागा रे,जागा रे...
जागा रे भैया सोवत न रहिहा-
उते बिहनिया पहुँच गए हल्ला मचाये-
हरे मोरे राम कहके नाचत दिखाए-
पाँव भी पराये लहिस तन भी कराये लेहिस-
पांच सौ इक्कावन में लेहूँ रुपया-
जागा रे, जागा रे, जागा रे...