जो कानों में मधुरस घोले वो गीत सुनाते चले चलो...कविता
रवि वर्मा जिला-मुजफ्फरपुर,(बिहार) से एक स्वरचित कविता सुना रहे हैं:
जो कानों में मधुरस घोले वो गीत सुनाते चले चलो-
नफरत की दीवार तोड़कर कदम बढ़ाते चले चलो-
भेदभाव के बंधन तोड़ो, बुरी बात से मुखड़ा मोड़ो-
सबकी पीड़ा हरते जाओ मन से मन का नाता जोड़ो-
रूठों को भी गले लगाकर उनको अपनाते चले चलो-
नफरत की दीवार...
पूरे मन से करो पढाई इसमें ही है खूब भलाई-
बीता समय न मुड़कर आता लाभ उठाने में चतुराई-
नफरत की दीवार...