वायकि वायकि उसर ते आवर गुटू दे...गोंडी लोकगीत
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से कक्षा-आठवीं का एक छात्रा दीपा कुमारी गोंडी भाषा में एक गीत प्रस्तुत कर रहीं है, इस गीत के माध्यम से बता रही हैं कि आदिवासी लोग अपना जीवन किस तरह से बिताते हैं :
रे रे लोयों रे रे ला राणा रे रे ला-
वायकि वायाकि उसर ते आवर गुटू दे-
निया नवा पोल्लों ते नाड़ गुटू दे-
रे रे लोयों रे रे ला राणा रे रे ला
गोढ़ेल मर्श पोय्या ना वालें हिदी-
हिच्का गोपा ना वाले हिदी ना-
इद मावा जिनगी रंड दिया न-
रे रे लोयों रे रे ला राणा रे रे ला-