मन मैला और तन को धोये फूल को चाहे कांटे बोये...भजन
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक भजन सुना रहे है :
मन मैला और तन को धोये, फूल को चाहे कांटे बोये-
करे दिखावा भक्ति का तू उजली ओढ़े चादरिया-
भीतर से मन साफ़ किया न बाहर मांजे गागरिया-
परमेश्वर ओ ओ ओ परमेश्वर नित द्वार पे आये-
मन मैला और तन को धोये, फूल को चाहे कांटे बोये...