हम देखली एक सुन्दरी सिया जात रे....सरगुजिया झूमर गीत
ग्राम-बनौर, पंचायत-चित विश्रामपुर, जिला-बलरामपुर, छत्तीसगढ़ से उग्रसेन महंत सरगुजिया भाषा में झूमर गीत प्रस्तुत कर रहे हैं. गीत का सन्दर्भ यह है कि राम-लक्ष्मण-सीता वनवास जाते समय भोजन ना मिलने पर कंदमूल या ऐसे ही जंगल से प्राप्त फल खाते थे:
हो ओ हम देखली एक सुन्दरी सिया जात रे-
आगे-आगे राम चले पीछे भइया लक्ष्मण देखली-
पीछे सुन्दर सिया जात रे-
हम देखली एक सुन्दरी सिया जात रे-
वन मा जाते प्रभु वन फल खालें रे हम देखली-
सुरमति दिहले लजाएं रे-
हम देखली कंदमूल कर लें अहार रे...