मेरे प्रिय भारत के माटी, एकर हवे जबड़ छाती...धरती गीत
चांदवानी, जिला-डिंडोरी, मध्य प्रदेश से संतोष कुमार अहिरवार जी धरती को समर्पित एक गीत प्रस्तुत कर रहे हैं-
मेरे प्रिय भारत के माटी, एकर हवे जबड़ छाती-
एला कइसे भइया, ये धरती महतारी जी-
ये ला कइसे भइया, भारत भूइयां महतारी जी-
बोए ला कोदो-कुटकी, खेले ला डंडा-फुगड़ी-
खाए ला महुआ मोसा, सोए ला तान दुपट्टा-
अरे! हम सब मिलके, एहमा खेलन भाटी-
ये ला कइसे भइया, भारत भूइयां महतारी जी...
धान के कटोरा कहैं, लक्ष्मी के कोया कहैं-
भूइयाँ के अजैउ ओढ़ाय, मया के गीत गावैं-
हम सब मिलके बनवा सुख माटी-
ये ला कइसे भइया, भारत भूइयां महतारी जी...