फिर भी कोई पीलाओ तो मैं क्या करूँ ...गजल
मटियालम कुशी नगर,उत्तर प्रदेश से सुकई कुशवाहा एक गजल सुना रहे हैं
सबको मालुम हैं मैं सराबी नहीं
फिर भी कोई पीलाओ तो मैं क्या करूँ
फिर से एक बार न नजरों से नजरें मिले
संपर्क@7267021859.
मटियालम कुशी नगर,उत्तर प्रदेश से सुकई कुशवाहा एक गजल सुना रहे हैं
सबको मालुम हैं मैं सराबी नहीं
फिर भी कोई पीलाओ तो मैं क्या करूँ
फिर से एक बार न नजरों से नजरें मिले
संपर्क@7267021859.