वह ममता की आवाज थी जिसने बेटा बोला...कविता-
ग्राम-तुमडा,भोपाल (मध्यप्रदेश) से सुनील सेन एक कविता सुना रहे हैं:
पलकों को जब जब हमने था खोला-
वह ममता की आवाज थी-
जिसने बेटा बोला-
जब कभी भी मुझको भूख प्यास सताती-
वो जाती मेरे लिये खाना लेकर आती-
मेरे अपने गाँवो में मै फलता था ममता की छाँव में...(AR)