आज कैसी अनोकी घडी आई है...कविता-
जिला-गोरखपुर से मुन्ना मोर कविता सुना रहे है:
आज कैसी अनोकी घडी आई है-
चार भोर दिशा में कहर चाही है – जनमानस में कोरोना जहर बो दिया-
आज जहा अनोके संग में वतन रो दिया-
यह गगन रो दिया है शमन रो दिया – धरती अम्बर के बीच पवन रो दिया... (184279)