परहेज मे फिर जीवन बिता...गीत-
राजनांदगाँव, छत्तीसगढ़ से वीरेंद्र गंधर्व एक गीत सुना रहे हैं:
जादा मीठा खाना नहीं-
फिर पीछे पछताना नहीं-
चीनी रोगी हो जाओगे-
हाय हाय मे ही खो जाओगे-
गोलियो को खा चावल मत खा-
परहेज मे फिर जीवन बिता...
राजनांदगाँव, छत्तीसगढ़ से वीरेंद्र गंधर्व एक गीत सुना रहे हैं:
जादा मीठा खाना नहीं-
फिर पीछे पछताना नहीं-
चीनी रोगी हो जाओगे-
हाय हाय मे ही खो जाओगे-
गोलियो को खा चावल मत खा-
परहेज मे फिर जीवन बिता...