इधर भी लड़की उधर भी लड़की...गीत-
राजनांदगाँव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व गीत के माध्यम से संदेश दे रहे हैं:
इधर भी लड़की उधर भी लड़की-
देख तमासा लड़की का-
सारी दुनिया हुई है पागल-
देख तमासा लड़की का-
क्या कार्यालय क्या विद्यालय-
जिस्म सजा है लड़की का-
साहब बाबू चपरासी पर-
छाया नशा है लड़की का... (AR)