स्वास्थ्य स्वर : भांगरा का वन औषधि उपचार-
ग्राम-रनई, थाना-पटना, जिला-कोरिया छत्तीसगढ़ से वैद्य केदारनाथ पटेल आज हम लोगो को वे वनऔषधि द्वारा एक उपचार बता रहे है इसको संस्कृत में भेंगराज, केशराज, केशरंजन, कुलन वर्धक मार्काव हिन्दी में भांगरा भंग्रैया, गुजराती में भान्ग्रो, कालो, भान्ग्रो मराठी में माका, बाँगरा, गेंग्राज बंगाली में केसरी,कल्चुरिया,भीमराज, केतुल, पंजाबी में किशोरी, केशराज, केशोरी, भीमराज, अरबी में पीतमुल, वित्, कोकण में हातू, पेनारी उड़िया में केसरंडा, कमली में केकसी, केवी सिलाई, काकेसी, इसका प्रयोग भेंगराज ये हर जगह हर गाँव में मिलता है | इसका औषधि प्रयोग ये 40 प्रकार के रोग का रामबाण दवाई है | आधा सिसी के विषय में जानकारी दे रहे है, आधा सिसी के रोग रूप में बांगरे स्वारस बकरी का दूध समान भाग लेकर उसको गर्म करके नाक में टपकाने से और भांगरा के रस में काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर लेप करने से आधा सिसी का रोग समाप्त हो जाता है | इससे उपचार करें | दूसरा केशरंजन केवो के रोग के लिए बालो को छोटा करके उस स्थान पर जहाँ पर बाल न हो भांगरा के पच स्वारस मालिश करने से कुछ दिनों में ही अच्छे बाल काले निकलते है | जिसके बाल टूटते है या दुवी मुख होते है वे लोग इसका प्रयोग करने से अवश्य ही लाभ होता है | संपर्क नम्बर@9826040015.