धरती बांटो सागर बांटो मत बांटो इंशान को...गीत-
ग्राम-छिपिया,जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुकन्या एक गीत सुना रही हैं:
मंदिर मस्जिद घर बाँट लिया भगवान को-
धरती बांटो सागर बांटो मत बांटो इंशान को-
अभी राह तो शुरू हुई है मंजिल थोड़ी दूर है-
उजेलो महलो बंधुओ हर दीपक मजबूर है-
मिला न सूरज का संदेशा हर घाटी मैदान को-
धरती बांटो सागर बांटो मत बांटो इंशान को...(AR)